केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (फाइल फोटो)
28 फूड प्रोसेसिंग यूनिट (Food processing unit) के लिए केंद्र सरकार ने 320.33 करोड़ रूपये का बजट (Budget) आवंटित किया है. इस परियोजना में केंद्र शासित राज्यों (Union territories) सहित 10 राज्यों को चुना गया है. इन राज्यों में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तराखंड, असम और मणिपुर हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 23, 2020, 10:41 PM IST
इस योजना से अनाज की बर्बादी होगी कम
फूड प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना के तहत 3 मई 2017 को खाद्य प्रसंस्करण एवं परिरक्षण क्षमता सृजन/ विस्तार योजना को अनुमोदित किया गया था. इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रसंस्करण एवं संरक्षण क्षमताओं का निर्माण और मौजूदा फूड प्रोसेसिंग यूनिटों का आधुनिकीकरण / विस्तार करना है, जिससे प्रसंस्करण के स्तर में वृद्धि होगी, मूल्यवर्धन होगा तथा अनाज की बर्बादी में कमी आएगी.
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अंतर-मंत्रालयी अनुमोदन समितिनेमध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तराखंड, असम और मणिपुर राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में 320.33 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत के साथ 28 फूड प्रोसेसिंग यूनिटों को मंजूरी दी, जिसमें 107.42 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता भी शामिल है. ये परियोजनाएं 212.91 करोड़ रुपये के निजी निवेश से क्रियान्वित होगी, जिनमें लगभग 10,500 व्यक्तियों को रोजगार मिल सकेगा.
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इसके साथ ही इनकी खाद्य प्रसंस्करण क्षमता 1,237 मीट्रिक टन प्रति दिन होगी. इन परियोजनाओं में यूनिट स्कीम के तहत 48.87 करोड़ रुपये की कुल लागत एवं 20.35 करोड़ रुपये के अनुदान वाली 6 परियोजनाएं भी शामिल हैं. जो पूर्वोत्तर भारत में खाद्य प्रसंस्करण के विकास में सहायक सिद्ध होगी. साथ ही वहां के लोगों के लिए प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन करेगी.