यदि 30 से ज्यादा उम्र है तो जरूर करवाएं ये रूटीन चेकअप
डॉक्टरों के मुताबिक यदि व्यक्ति की उम्र 30 साल के पार है तो हर 6 माह में एक बार रूटीन चेकअप जरूर करवाना चाहिए. इसका फायदा ये होगा कि व्यक्ति की आयु लंबी हो जाएगी.
देर से शादी करने पर गर्भाशय पर पड़ सकता है असर
डॉक्टरों व कई विशेषज्ञों का मानना है कि अब उम्र सीमा बीत जाने के बाद लोग शादी कर रहे हैं. हर युवा जोड़ा करीब 30 से 35 वर्ष के बीच शादी कर रहा है. इससे महिला का गर्भाशय उतना बेहतर नहीं होता. गर्भधारण के बाद गर्भस्थ शिशु के अंगों का विकास होता है, लेकिन आंतरिक अंग कमजोर होने की वजह से बच्चों में किडनी से जुड़े केस सामने आ रहे हैं. नवजात बच्चे का उस तरह से विकास नहीं हो पा रहा है, जैसे कि एक निश्चित उम्र में शादी करने वाली महिला द्वारा जन्मे बच्चे में होना चाहिए.
30 की उम्र के बाद स्वास्थ्य के प्रति रहें जागरुकmyUpchar के अनुसार, व्यस्त दिनचर्या की वजह से आजकल युवा अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं हैं. बीमारी पता लगने के बाद भी कई लोग नियमित व अनुशासित रूप से दवाई तक नहीं लेते हैं. किडनी ट्रांस्प्लांट में 100 में से 40 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं, जो दवाई लेना छोड़ देते हैं. एक या दो वर्ष में फिर से किडनी में समस्या आने लगती है. इसमें सबसे ज्यादा औसत युवाओं का है. किडनी के ट्रांस्प्लांट वाले व्यक्ति को नियमित दवाई लेना बहुत जरूरी है. दवा लेने में भी सबसे ज्यादा लापरवाही युवा ही दिखाते हैं.
ट्रांसप्लांट करवाया है तो जरूर रखें ये सावधानी
myUpchar के अनुसार, ट्रांसप्लांट कराने वाले व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर हो जाती है. मौसम बदलने पर उन्हें विशेष तौर पर सावधान रहना चाहिए. ऐसे मरीजों के लिए जरूरी है कि वे प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखें, सर्दी-खांसी होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखाएं, ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल में रखें, नमक ज्यादा न खाएं और तली हुई खाद्य चीजों के सेवन से दूर रहें. ज्यादा से ज्यादा फाइबर फूड और प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल करें.
किडनी डोनर रखें इन बातों का ध्यान
- कभी वजन न उठाएं
- समय पर भोजन करें
- पेशाब को कभी न रोकें
- समय पर डॉक्टर का परामर्श लेते रहें
इसके अलावा जिन लोगों की किडनी सुरक्षित है, उन्हें भी नियमित रूप से अपनी जांच कराना चाहिए. पेशाब में जलन होने पर डॉक्टर के परामर्श के बिना दवाई न लें. ब्लड प्रेशर और शुगर को हमेशा कंट्रोल में रखें. (अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, किडनी रोग पढ़ें।) (न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं। सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है। myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं।)
अस्वीकरण : इस लेख में दी गयी जानकारी कुछ खास स्वास्थ्य स्थितियों और उनके संभावित उपचार के संबंध में शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी योग्य और लाइसेंस प्राप्त चिकित्सक द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवा, जांच, निदान और इलाज का विकल्प नहीं है। यदि आप, आपका बच्चा या कोई करीबी ऐसी किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रहा है, जिसके बारे में यहां बताया गया है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। यहां पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार के लिए बिना विशेषज्ञ की सलाह के ना करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको होने वाले किसी भी तरह से संभावित नुकसान के लिए ना तो myUpchar और ना ही News18 जिम्मेदार होगा।