(फोटो: सोशल मीडिया)
चीन (China) के बीजिंग (Beijing) में टियान नाम का एक व्यक्ति 2014 में हॉस्पिटल में एडमिट हुआ था. उसे चक्कर आ रहे थे और उल्टियां हो रही थीं. उसे कुछ दिनों तक अस्पताल में ही रहना था. मगर अस्पताल के बिल को लेकर अस्पताल प्रशासन और उस व्यक्ति में ठन गई जिसके कारण उसने अस्पताल का कमरा खाली करने से मना कर दिया.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 6, 2021, 11:42 PM IST
चीन के बीजिंग में टियान नाम का एक व्यक्ति 2014 में हॉस्पिटल में एडमिट हुआ था. उसे चक्कर आ रहे थे और उल्टियां हो रही थीं. उसे कुछ दिनों तक अस्पताल में ही रहना था. मगर अस्पताल के बिल को लेकर अस्पताल प्रशासन और उस व्यक्ति में ठन गई. जिसके कारण उसने अस्पताल का कमरा खाली करने से मना कर दिया. उसके माता पिता भी वहीं आकर रहने लगे.
ये है पूरा मामला
जब टियान के ठीक होने के बाद अस्पताल का बिल चुकाने की बात आई तो उसने गलत तरह से इलाज करने का आरोप लगाया और जाने से मना किया. टियान और उसके माता-पिता ने अस्पताल के उस कमरे को अपना घर बना लिया. वहां वो गृहस्थी से जुड़े सामान लेकर आ गए.
अस्पताल प्रशासन ने उन्हें बाहर निकालने की बहुत कोशिश की. कोर्ट में केस शुरु हुआ को अस्पताल ने कहा कि टियान बेड छोड़ेंगे तो असली जरूरतमंद लोगों को बेड मिल सकेगा. मगर टियान ने अस्पताल पर लापरवाही का इल्जाम लगाया. केस चलता रहा मगर हाल ही में कोर्ट ने 6 साल बाद टियान और उनके परिवार को आदेश दिया कि वो कमरा खाली करें. साथ ही कोर्ट ने अस्पताल को 73 हजार डॉलर टियान और उसके पिरवार को देने के लिए कहा क्योंकि कोर्ट ने माना कि अस्पताल ने इलाज में लापरवाही की है.